Pages

Tuesday, May 31, 2016

फूलो की तरह मुस्कुराते रहिये;




फूलो की तरह मुस्कुराते रहिये;

भंवरों की तरह गुनगुनाते।रहिये

चुप रहने से रिश्ते भी उदास हो जाते है !

कुछ उनकी सुनिये कुछ अपनी सुनाते रहिये

भूल जाइये शिकवे शिकायतों के पलों को ...... और ... छोटी छोटी खुशियों को    मोती लुटाते रहिये .... 



    

No comments:

Post a Comment