यह शरीर तो किराये का घर है;
एक दिन खाली करना पड़ेगा:!!
सांसे हो जाएँगी जब हमारी पूरी यहाँ;
रूह को तन से अलविदा कहना पड़ेगा:!!
मौत कोई रिश्वत लेती नही कभी;
सारी दौलत को छोंड़ के जाना पड़ेगा:!!
ना डर यूँ धूल के जरा से एहसास से तू; एक दिन सबको मिट्टी में मिलना पड़ेगा:!!
सब याद करे दुनिया से जाने के बाद
दूसरों के लिए भी थोडा जीना पड़ेगा:!!
दूसरों के लिए भी थोडा जीना पड़ेगा:!!
मत कर गुरुर किसी भी बात का ए दोस्त:!
तेरा क्या है..?
तेरा क्या है..?
क्या साथ लेके जाना पड़ेगा…!!
इन हाथो से करोड़ो कमा ले भले तू यहाँ
खाली हाथ आया खाली हाथ जाना पड़ेगा:!!
खाली हाथ आया खाली हाथ जाना पड़ेगा:!!
ना भर यूँ जेबें अपनी बेईमानी की दौलत से
कफ़न को बगैर जेब के ही ओढ़ना पड़ेगा..!!
यह ना सोच तेरे बगैर कुछ नहीं होगा यहाँ;
रोज़ यहाँ किसी को ‘आना’ तो किसी को ‘जाना’ पड़ेगा..
रोज़ यहाँ किसी को ‘आना’ तो किसी को ‘जाना’ पड़ेगा..
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