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Wednesday, July 22, 2015

आज का सुविचार..



☀अपनी कमजोरियां उन्ही लोगों को बताइये जो हर हाल में आपके साथ मजबूती से खड़े होना जानते हैं क्यूँकि रिश्तों में विश्वास और मोबाईल में नेटवर्क ना हो तो लोग Game खेलना शुरू कर देते हैं॥


☀अपनी गलतियों का शुक्रिया अदा करो जो आपको अपने और पराये की परख करवा रही है।

☀पंछी अपने पावं के कारण जाल में फंसते हैं, परंतु मनुष्य अपनी जुबान के कारण !

☀ छाता बारिश को रोक तो नहीं सकता परन्तु बारिश में खड़े रहने का होंसला अवश्य देता है... उसी प्रकार आात्मविशवास सफलता की गारन्टी तो नही देता परन्तु सफलता के लिए संघर्ष की प्रेरणा अवश्य देता है । 

☀लात मारने की प्रथा औलाद माँ के पेट से ही शुरू कर देती है, बस फर्क इतना है कि पेट में लात खा के माँ-बाप फूले नहीं समाते, लेकिन बुढ़ापे की लात पड़ने पर आँसू रोक नहीं पाते!

☀भगवान कहते हैं ,हर बार संभाल लूँगा, गिरो तुम चाहो जीतनी बार, बस गुजारिश एक ही है... कभी मेरी नजरों से... ना गिरना !!!



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