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Thursday, February 05, 2015

चुप रहने में ही अपनी भलाई




सुबह  सवेरे पति उठ के तैयार हुआ योगा जाने के लिये । 

पत्नि की आखं खुल गई तो पति ने पुछ लिया :- 


 पति :-  प्रिय, क्या तुम मेरे साथ योगा के लिए चलना पसंद करोगी ?

पत्नि :- तुम कहना क्या चाहते हो,  मैं क्या मोटी हो गई हूँ.

 पति :- कोई बात नही,  इच्छा नही है तो मत चलो.

 पत्नि :- मतलब, मैं आलसी हूँ ?

 पति :- अरे तुम गुस्सा क्यों कर रही हो ?

 पत्नि :- मतलब, मैं हमेशा झगड़ती हूँ.

पति :- अरे, मैंने ऐसा कब बोला ?

पत्नि :- मतलब कि मैं झूठी हूँ.

 पति :- अच्छा बाबा, मैं नही जाता हूँ.

 पत्नि :- मैं सब समझती हूँ, दरअसल तुम जाना ही नही चाहते थे.


 पति ने चुप रहने में ही अपनी भलाई समझी और फिर सो गया .

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