"मेरी मोहब्ब्त को अपने दिल में ढूंढ लेना; और हाँ, आटे को अच्छी तरह गूँथ लेना!
मिल जाए अगर प्यार तो खोना नहीं;
प्याज़ काटते वक्त बिलकुल रोना नहीं!
मुझसे रूठ जाने का बहाना अच्छा है; थोड़ी देर और पकाओ आलू अभी कच्चा है!
मिलकर फिर खुशियों को बाँटना है;
टमाटर जरा बारीक़ ही काटना है!
लोग हमारी मोहब्ब्त से जल न जाएं;
चावल टाइम पे देख लेना कहीं गल न जाएं!
कैसी लगी हमारी ग़जल बता देना; नमक कम लगे तो और मिला लेना!
पति का रिप्लाई:
तुम्हारी यही अदा तो दिल को भा गईं थी।
तुम्हारे जाते ही पड़ोसन खाना पकाने आ गई थी।
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