Search This Blog

Translate

Monday, March 09, 2015

स्वर्ग का सपना छोड़ दो।



  • पैर की मोच और छोटी सोच, हमें आगे बढ़ने नहीं देती । 

  • टूटी कलम और औरो से जलन, खुद का भाग्य लिखने नहीं देती । 

  • काम का आलस और पैसो का लालच, हमें महान बनने नहीं देता । 

  • अपना मजहब उंचा और गैरो का ओछा, ये सोच हमें इन्सान बनने नहीं देती ।

  • दुनिया में सब चीज मिल जाती है,.... केवल अपनी गलती नहीं मिलती.....


  • भगवान से वरदान माँगा कि दुश्मनों से पीछा छुड़वा दो, अचानक दोस्त कम हो गए...


  • जितनी भीड़ , बढ़ रही ज़माने में.. लोग उतनें ही, अकेले होते जा रहे हैं...।।।

  • इस दुनिया के लोग भी कितने अजीब है ना ; सारे खिलौने छोड़ कर जज़बातों से खेलते हैं...

  • किनारे पर तैरने वाली लाश को देखकर ये समझ आया... बोझ शरीर का नही साँसों का था....


  • दोस्तो के साथ जीने का इक मौका दे दे ऐ खुदा... तेरे साथ तो हम मरने के बाद भी रह लेंगे...

  • तारीख हज़ार साल में बस इतनी सी बदली है… तब दौर पत्थर का था अब लोग पत्थर के हैं..."

  • स्वर्ग का सपना छोड़ दो, नर्क का डर छोड़ दो, कौन जाने क्या पाप , क्या पुण्य, बस.. किसी का दिल न दुखे अपने स्वार्थ के लिए, बाकी सब कुदरत पर छोड़ दो।





No comments:

Post a Comment

Blog Archive

LinkWithin

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...